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एक विज्ञान शिक्षक के अनुभव को लिखित रूप देना बहुत बड़ी सफलता कही जाएगी भाव जगत और चिंतन की क्षमता को वैज्ञानिक दृष्टि प्रदान करते हुए भावनात्मक शब्दों का लिखित रूप में बयां करना बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी श्री जनार्दन प्रसाद विश्वकर्मा जे पी जी की रचना विज्ञान जगत के अनुभव पर आधारित है कविता के माध्यम से विज्ञान की बातें लोगों तक सरलता पूर्वक पहुंचेगी यह पुस्तक अंतरिक्ष परिवार और हमारा समाज शिक्षकों पाठकों में निश्चित रूप से लोकप्रिय होगी एवं हिंदी में उपयोगी सिद्ध होगी
Sr | Chapter Name | No Of Page |
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1 | कविता की कसौटी और विज्ञान काव्य अंतरिक्ष परिवार | 16 |
2 | विनयांजलि | 3 |
3 | अंतरिक्ष में पिंड अवस्थीत क्या ब्रह्मांड व्यवस्था है | 11 |
4 | जल जंगल की आयु भला निर्धारण किसकी शक्ति करें | 21 |
5 | सूर्य अलौकिक अलौकिक ऊर्जा आखिर किसका प्रतिनिधि है | 14 |
6 | दूर-दूर तक ग्रह पिंडों का कितना अद्भुत है विस्तार | 11 |
7 | पृथ्वी पर या पसारी ऊर्जा कितनी अतुल अमोघ | 11 |