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सामाजिक शोध् किसी एक व्यक्ति वेफ द्वारा किये गये प्रयासो .... Read More
सामाजिक शोध् किसी एक व्यक्ति वेफ द्वारा किये गये प्रयासों का परिणाम नहीं, एक सामूहिक प्रयास होता है। मेरे इस अध्ययन में कई व्यक्तियों और संस्थानों का बहुमूल्य सहयोग है, जिन्होंने मेरे अनुरोध् पर अपना सर्वश्रेष्ठ इस कार्य हेतु समर्पित किया। सर्वप्रथम मैं ध्न्यवाद देना चाहूँगी, मेरी मार्गदर्शक डॉ. रेखा गुप्ता तथा डॉसंगीता पाठक का, जिन्होंने अपने ज्ञान से एवं अथक प्रयास कर मेरे इस अध्ययन को अंतिम परिणाम तक लाने में दिन-रात एक कर दिया। मैं विश्वविद्यालय वेफ वुफलपति डॉ. ब्रह्मप्रकाश पेठिया और वुफलसचिव डॉविजय सिंह की भी आभारी हूँ, जिनवेफ शब्दों ने मुझे हमेशा नये विचारों की ओर प्रेरित किया। अंत में, सबसे महत्वपूर्ण मेरे परिवार की मैं तहेदिल से आभारी हूँ, जिन्होंने मुझे शोध् कार्य में हर तरह से मदद की। मेरे बच्चे सि(ार्थ चतुर्वेदी, अदिति चतुर्वेदी एवं मेरे पति संतोष चौबे ने इस सामाजिक शोध् को पूरा करने में मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया। मेरे माता-पिता ;श्रीमती सरला चतुर्वेदी-श्री जयवृफष्ण चतुर्वेदीद्ध व सास-ससुरजी ;श्रीमती शारदा चौबे-श्री जगन्नाथ चौबेद्ध वेफ आर्शीवाद से इस शोध् कार्य को सपफलतापूर्वक पूर्ण करने में मैं कामयाब हुई। मैं ईश्वर की भी आभारी हूँ, जिसने मुझे इतने सारे लोगों वेफ सहयोग का साक्षी बनाया।
Sr | Chapter Name | No Of Page |
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1 | समाज एवं समुदाय की अवधरणा और अर्थ | 34 |
2 | भारतीय शिक्षा का साहित्यिक संदर्भ | 33 |
3 | चतुर्वेदी चंद्रिका का आरंभ एवं विकास यात्रा | 78 |
4 | चतुर्वेदी समुदाय-उद्भव एवं विकास | 78 |