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Padhne Ke Liye Hindi ki Kahaniyan

Padhne Ke Liye Hindi ki Kahaniyan

इस आधुनिक युग में तकनीकी उन्नति ने हम सभी के जीवन के कई क्षेत्रों में बदलाव किए है। इंटरनेट इतना विशाल हो गया है तथा डिजिटल उपकरण इतने बढ़ गए हैं की उसने पुस्तकों के पठन पाठन को भी बदल दिया है। ई–बुक्स इस डिजिटल दुनिया में हिंदी की कहानियों के पठन पाठन का नया तरीका बन गई है। ई बुक्स का मतलब है इलेक्ट्रॉनिक बुक्स जो आपके इलेक्ट्रिक उपकरणों पर उपलब्ध होती है।

ई बुक्स को हम कही भी और कभी भी पढ़ सकते है। आपको अपनी किताबे लेकर घूमने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि ई बुक्स आपके फोन में होने की वजह से हमेशा आपके पास ही होती है। ई बुक्स पहले केवल अंग्रेजी में थी पर अब अपनी मात्र भाषा में भी उपलब्ध है। हमारी भाषा और साहित्य की धारा को बढ़ावा देने के लिए ई बुक्स एक महत्वपूर्ण साधन है।


हिंदी की कहानियाँ हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ये मनोरंजन के साथ साथ सोचने समझने की क्षमता भी बढ़ती है। हिंदी की कहानियों के लिए वेब पोर्टल ई बुक्स ई लाइब्रेरी एक उत्कृष्ट स्थान है। इसका ऐप भी आप अपने फोन में डाउनलोड कर सकते है।

हमने आपके लिए जाँच परख कर कुछ किताबो निकली है। जो पढ़ने में बहुत रोचक हैं। 


१ आ गया मजा

आज कल तकनीकी का जमाना इतना अधिक है की लोग पठन पाठन के प्रति अरुचि जाहिर करने लगे है। असल में तकनीकी नहीं वरन् रुचिकर पुस्तकों की कमी ही इसका प्रमुख कारण है। इसलिए आपके लिए ये रुचिकर पुस्तक प्रस्तुत है। ये है हिंदी की रोचक कहानियाँ।

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२ आना मेरे गाँव मैं महिला थी, इसलिए सरपंच थी। या इसे यों कह लें कि मेरा महिला होना ही सरपंच पद की योग्यता थी। ग्राम पंचायत के चुनाव में सरपंच का पद महिला के लिए आरक्षित था। मैं आरक्षित थी। दुर्गा के पिताजी ने जब मुझसे कहा कि तुझे चुनाव में खड़ा होना है। मुझे नहीं पता था चुनाव में कैसे खड़े होते हैं। मैंने भोलेपन से कहा आप ही खड़े हो जाओ। मुझे चुनाव में खड़ा होना नहीं आता

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३ बड़े भाईसाहब- 

मेरे भाई साहब मुझसे पाँच साल बड़े थे लेकिन केवल तीन दरजे आगे। उन्होंने भी उसी उम्र में पढ़ना शुरू किया था जब मैंने शुरू किया था लेकिन तालीम जैसे महत्व के मामले में वह जल्दीबाजी से काम लेना पसंद न करते थे। इस भवन की बुनियाद ख़ूब मजबूत डालना चाहते थे जिस पर आलीशान महल बन सके। एक साल का काम दो साल में करते थे। कभी-कभी तीन साल भी लग जाते थे। बुनियाद ही पुख़्ता न हो तो मकान कैसे पायेदार बन

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४) भोलाराम का जीव- 

ऐसा कभी नहीं हुआ था धर्मराज लाखों वर्षों से असंख्य आदमियों को कर्म और सिफ़ारिश के आधार पर स्वर्ग या नर्क में निवास-स्थान ‘अलाट करते आ रहे थे-पर ऐसा कभी नहीं हुआ था। सामने बैठे चित्रगुप्त बार-बार चश्मा पोंछ बार-बार थूक से पन्ने पलट रजिस्टर देख रहे थे। ग़लती पकड़ में ही नहीं आ रही थी। आख़िर उन्होंने खीझ कर रजिस्टर इतने ज़ोर से बन्द किया कि मक्खी चपेट में आ गयी। उसे निकालते हुए वह बोले महराज रिकार्ड सब ठीक है। भोलाराम के जीव ने पाँच दिन पहले देह त्यागी और यमदूत के साथ इस लोक के लिए रवाना भी हुआ पर यहाँ अभी तक नहीं पहुँचा।

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यह सभी किताबे ebooks elibrary पर बहुत ही कम दामों में उपलब्ध है। ऐसे दाम कही और मिलने बहुत कठिन हैं। 





E-Books in the Digital Era: How eBooks eLibrary is Transforming India into a Learning Nation

E-Books in the Digital Era: Ho...

Availability and Use of Knowledge Material

Digital education has transformed the way students access and use educational knowledge material. E-books happen to be one of those opportunities being exploited to facilitate an e-learning culture in India, which has gained momentous momentum.


Demand for E-books:

India boasts more than 850 million internet users as of 2023 and an ever-growing number of students opting for online material. Platforms like eBooks eLibrary have made education accessible, cost-effective, and eco-friendly by offering vast amounts of ebooks for students to use at their behest.

The policy has thereby sparked the growth of online libraries and encourages the promulgation of ebooks as a source to make learning content more accessible.

Platforms like eBooks eLibrary resonate beautifully with the aim that the NEP spells out in terms of providing loads of ebooks to college-going students mainly concentrating on topics like Physics ebooks, Chemistry ebooks, Mathematics ebooks, Economics ebooks, and Biology ebooks.


E-books and the Indian Educational System


The country is swiftly changing towards the practice of e-learning due to the proliferation and easier access to affordable internet in handheld smartphones. The more students and teachers start adopting digital education, the higher is the demand for e-books. According to Statista, the Indian e-books market will grow at 25% CAGR by 2025.

Today, more than 50 million Indian students read from ebooks, and the trend will definitely increase multifold in the following years.

eBooks eLibrary has thus become an indispensable resource to cater to the ever-growing demand. Hundreds of thousands of free ebooks are available here so that students can browse through them and download their required ones for studies easily.


Why eBooks eLibrary?



eBooks eLibrary is one of the leading sites in India for free e-books for students, educators and institutions. With a wide variety of subjects accompanied by focus on NEP 2020 syllabus, this platform is designed to cater to the digital learners of today.


Key Features of eBooks eLibrary: